مہگای کے اس دور میں غریبوں کا نسیبا
میسر نہیں پیاز، مل جاتے ہیں آنسو
मंहगाई के इस दौर में ग़रीबों का नसीबा
मयस्सर नहीं प्याज़, मिल जाते हैं आंसू
Fate of poor in this gilded age,
Onions unavailable, tears abundant.
میسر نہیں پیاز، مل جاتے ہیں آنسو
मंहगाई के इस दौर में ग़रीबों का नसीबा
मयस्सर नहीं प्याज़, मिल जाते हैं आंसू
Fate of poor in this gilded age,
Onions unavailable, tears abundant.